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Friday, August 1, 2014

महत्वपूर्ण जानकारी
अगर २ साल का बच्चा खुलकर नहीं बोल पाता और केवल कुछ शब्द ही बोलता है तो पेरेंट्स परेशान हो जाते है , ऐसी अवस्था में कुछ बाते ध्यान देनी चाहिए

- कभी कभी बच्चे अकेलापन महसूस करते है ,परिवार में अकेले रहते है इसलिए उनके बोलने में लेट होता है
- बच्चे की सुनाने की क्षमता और समझने की क्षमता पर ध्यान देना चाहिए ,अगर बच्चा अच्छे से सुन और समझ रहा है तो ज्यादा घबराने की बात नहीं है |
- कही -२ बच्चे इशारे में अपनी बात रखते है और पेरेंट्स उसे अच्छे से समझ जाते है ,इसलिए बच्चे बोलने में लेट करते है ,ऐसी दशा में उनके इशारो को इग्नोर करना चाहिए जिससे वो बोलने के लिए प्रेरित हो
- बोलने की प्रवृत्ति कुछ हद तक अनुवांशिक भी होती है। अतः यदि बच्चा देर से बोल रहा है तो उसका कारण कुछ हद तक आपके परिवार में देर से बोलने की प्रवृत्ति भी हो सकती है।
- बच्चो को टीवी से दूर रख कर उनके साथ खेलना चाहिए और उन्हें अपनी उम्र के और बच्चो से मिलवाना चाहिए ,इससे उनमे बोलने की प्रवृत्ति बढ़ेगी

इस तरह थोड़ा सा ध्यान अगर हम अपने बच्चे पर देंगे तो यह समस्या दूर हो सकती है ,अगर फिर भी समस्या बरकरार रहे तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए |

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