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Tuesday, May 6, 2014

अंतरात्मा की आवाज़ सुने ...

अंतरात्मा की आवाज़ सुने ...
कई बार जीवन में हम करने कुछ जाते है और हमारा मन जिसे हम अंतर्मन भी कहते है कुछ और कहता है ! ऐसे में थोडा रूककर ,विचार करके, कार्य करेबी ! हो सकता है कभी कभी सांसारिक दृष्टी से वो कार्य आपके हित का न लगे थोडा नुक्सान लगे मगर अंतर्मन की आवाज़ की १००% न भी सुने तो भी उसे पूरा दबाये न उसे जीवित रखे यकीं मानिए एक बार भी जीवन में अंतर्मन की आवाज़ सुनने और उस पर अमल करने की राह पकड़ ली तो जीवन की दशा और दिशा दोनों सुदृढ़ ,सुचारू और व्यस्वस्थित हो जायेगी !!!

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