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Tuesday, April 1, 2014

दया के बगैर देव और गुरुपूजा, तप, सर्व इंद्रियदमन, दान और शास्त्राध्ययन आदि सब क्रिया वैसे ही हैं जैसी कि बगैर सेनापति की सारी सेना।

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