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Wednesday, April 9, 2014

विद्या धन...

विद्या धन........
विद्या एक ऐसा धन है जिसे कोई छीन नहीं सकता , न चुरा सकता है , और न नष्ट कर सकता है ! ये खर्च करने से बढ़ता है , ये माता के सामान पोषण और पिता के सामान संरक्षण करता है !!! दुःख विपत्ति मैं पत्नी के समान धैर्य और उत्साह प्रदान करता है विदेश मैं मित्र की तरह साथ देता है और जीवन पर्यंत साथ निभाता है !!!

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